मंगलुरु की रजनी शेट्टी ने 20 साल पहले एक भूखे कुत्ते को देखकर बेजुबानों के प्रति दया का संकल्प लिया। आज, वह रोज़ 800 जानवरों को 200 किलो चावल और चिकन खिलाती हैं। रजनी ने कई बार खुद को खतरे में डालकर कुएं और दीवारों से जानवरों को बचाया है। उनके पति और बच्चे भी इस नेक काम में उनका साथ देते हैं। एक समय उनके पास घर का किराया नहीं था, लेकिन उनका रेस्क्यू वीडियो वायरल होने पर मदद मिली। रजनी का सपना है कि शहर में मुफ्त पशु चिकित्सा अस्पताल बने। उनकी कहानी इंसानियत की जीती जागती मिसाल है।
