अंजीर कैसे बनता है? 😲 | जानिए सूखे अंजीर की पूरी प्रक्रिया!

क्या आपने कभी स्वादिष्ट और सेहतमंद सूखे अंजीर का स्वाद लिया है? क्या आप जानते हैं कि यह कैसे तैयार किया जाता है? अगर नहीं, तो आज हम आपको अंजीर की खेती से लेकर उसे सुखाने की पूरी प्रक्रिया बताएंगे।

अंजीर क्या है?

अंजीर एक पौष्टिक फल है, जिसे अंग्रेजी में Fig कहते हैं। कुछ जगहों पर इसे गूलर भी कहा जाता है। इसे ताजा भी खाया जाता है और सुखाकर ड्राई फ्रूट के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है। सूखे अंजीर का उपयोग मिठाइयों, औषधियों और हेल्दी डाइट में किया जाता है।

अंजीर की खेती कहां होती है?

भारत में महाराष्ट्र, कर्नाटक, गुजरात और तमिलनाडु में अंजीर की खेती की जाती है। इसे दोमट मिट्टी में उगाना सबसे बेहतर होता है, जिसका pH मान 6 से 7 के बीच होना चाहिए। इसके अच्छे विकास के लिए 25 से 30 डिग्री सेल्सियस तापमान सबसे उपयुक्त होता है।

अंजीर का पेड़ और फल उत्पादन

अंजीर का पौधा 4 से 5 साल में फल देना शुरू करता है और एक बार फल देने के बाद यह 50 से 60 साल तक फल देता रहता है। गर्मियों में इसके फल हरे से पीले रंग में बदल जाते हैं और पूरी तरह पकने के बाद इन्हें तोड़ा जाता है।

सूखे अंजीर बनने की प्रक्रिया

1️⃣ अंजीर की तुड़ाई – जब अंजीर पूरी तरह पक जाते हैं, तो इन्हें सावधानीपूर्वक पेड़ों से तोड़ा जाता है
2️⃣ धुलाई – ताजे अंजीरों को पानी में डुबोकर गंदगी और अशुद्धियाँ हटाई जाती हैं।
3️⃣ सुखाने की प्रक्रिया – फलों को हल्का चाकू से काटकर तेज धूप में कुछ दिनों तक सुखाया जाता है
4️⃣ फैक्ट्री प्रोसेसिंग – सुखाने के बाद इन्हें फैक्ट्री में भेजा जाता है, जहां केमिकल-फ्री पानी से इन्हें साफ किया जाता है, जिससे इनकी गुणवत्ता बनी रहे।
5️⃣ पैकिंग और बिक्री – सुखाने के बाद अंजीरों को अच्छी तरह पैक करके बाजार में भेजा जाता है, जहां से यह हम तक पहुंचता है।

अंजीर के फायदे

हड्डियों को मजबूत करता है – इसमें कैल्शियम और आयरन भरपूर मात्रा में होते हैं।
पाचन तंत्र सुधारता है – अंजीर में फाइबर अधिक होता है, जो पाचन में मदद करता है।
ऊर्जा बढ़ाता है – इसमें मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर को ऊर्जावान बनाए रखते हैं।