प्यार की कोई सरहद नहीं होती
कहते हैं ना, इश्क़ मज़हब और सरहदों का मोहताज नहीं होता! जब दो दिलों के बीच सच्ची मोहब्बत होती है, तो भाषा, देश, जाति जैसी चीजें कोई मायने नहीं रखतीं। कुछ ऐसा ही हुआ कर्नाटक के अनंतराजू और बेल्जियम की केमिली के बीच।
यह कहानी सिर्फ एक आम लव स्टोरी नहीं है, बल्कि यह साबित करती है कि अगर प्यार सच्चा हो तो दुनिया की कोई भी ताकत उसे रोक नहीं सकती। तो चलिए जानते हैं इस अनोखी प्रेम कहानी के बारे में, जिसने हजारों दिलों को छू लिया।
हम्पी में हुई पहली मुलाकात
साल 2019 में, बेल्जियम की रहने वाली केमिली अपने परिवार के साथ भारत घूमने आई थीं। उनके ट्रैवल प्लान में हम्पी का ऐतिहासिक शहर भी शामिल था, जहां उनकी मुलाकात 30 वर्षीय अनंतराजू से हुई।
अनंतराजू पेशे से ऑटो ड्राइवर थे और साथ ही टूरिस्ट गाइड का भी काम करते थे। जब केमिली और उनका परिवार हम्पी घूमने आया, तो अनंतराजू ने उन्हें न केवल शहर की खूबसूरती दिखाई बल्कि ठहरने की व्यवस्था भी करवाई।
उनकी ईमानदारी और सादगी से प्रभावित होकर केमिली के दिल में उनके लिए खास जगह बन गई।

सोशल मीडिया से बढ़ी नज़दीकियां
हम्पी की यात्रा के बाद केमिली वापस बेल्जियम लौट गईं, लेकिन उनका दिल भारत में ही रह गया। उन्होंने सोशल मीडिया के ज़रिए अनंतराजू से संपर्क बनाए रखा।
धीरे-धीरे उनकी बातचीत गहरी दोस्ती में बदल गई और फिर दोस्ती कब प्यार में बदल गई, यह उन्हें भी पता नहीं चला।
कोरोना महामारी के दौरान दोनों का मिलना-जुलना तो बंद हो गया, लेकिन ऑनलाइन बातचीत से उनका रिश्ता और मजबूत हो गया।
परिवार को बताई सच्चाई
लंबे समय तक एक-दूसरे से जुड़ाव महसूस करने के बाद, दोनों ने अपने-अपने परिवारों को अपने रिश्ते के बारे में बताने का फैसला किया।
जहां कई बार अंतरराष्ट्रीय रिश्तों में परिवार की मंज़ूरी मिलना मुश्किल होता है, वहीं केमिली और अनंतराजू की किस्मत अच्छी थी कि दोनों के परिवार इस रिश्ते से खुश थे और उन्होंने बिना किसी आपत्ति के शादी के लिए हामी भर दी।
हम्पी में हिंदू रीति-रिवाज से हुई शादी
शादी की तैयारियां पूरी होने के बाद, केमिली बेल्जियम से भारत आईं और 25 नवंबर को हम्पी के प्रसिद्ध विरुपाक्ष मंदिर में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाज के साथ शादी कर ली।
इस खास मौके पर केमिली के करीब 40 दोस्त और रिश्तेदार भी बेल्जियम से भारत आए थे। यह शादी न केवल दोनों परिवारों के लिए, बल्कि वहां मौजूद सभी लोगों के लिए एक यादगार लम्हा बन गई।
शादी के दौरान केमिली ने भारतीय परंपराओं को अपनाया और एक खूबसूरत लाल साड़ी पहनी। वहीं, अनंतराजू ने पारंपरिक धोती-कुर्ता पहना। दोनों ने पूरे विधि-विधान से सात फेरे लिए और एक-दूसरे के साथ जन्म-जन्मांतर तक साथ निभाने का वादा किया।
प्यार की जीत हुई
शादी के बाद केमिली ने कहा, “मुझे कभी नहीं लगा था कि मेरी जिंदगी का सबसे बड़ा प्यार मुझे भारत में मिलेगा। लेकिन अनंतराजू से मिलने के बाद मुझे एहसास हुआ कि प्यार वाकई बिना शर्त और बिना सीमाओं का होता है।”
वहीं, अनंतराजू ने कहा, “मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि एक विदेशी लड़की मुझसे शादी करेगी, लेकिन जब प्यार सच्चा होता है तो कोई भी दीवार उसे रोक नहीं सकती।”
आज दोनों खुशी-खुशी अपनी शादीशुदा जिंदगी बिता रहे हैं और इस अनोखी प्रेम कहानी से लाखों लोगों को प्रेरित कर रहे हैं।
यह कहानी हमें सिखाती है कि प्यार की कोई सीमा नहीं होती। जब दो लोग एक-दूसरे के लिए बने होते हैं, तो किसी भी परिस्थिति में उनका प्यार खत्म नहीं होता।
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