From Marriage Pressure to BPSC Success: Soumya Lata Kumari’s Inspiring Journey

बिहार के पटना जिले की रहने वाली सौम्या लता कुमारी (Soumya Lata Kumari) की कहानी न सिर्फ प्रेरणादायक है, बल्कि यह उन लाखों बेटियों के लिए उम्मीद की किरण है, जो समाज के दबावों के बीच अपने सपनों को पूरा करने की जद्दोजहद में लगी हैं। महज 14 साल की उम्र में जब सौम्या के सामने शादी का प्रस्ताव आया, तो उनके पिता ने उनके सपनों की रक्षा की और आज वह बिहार सरकार में एक अफसर (officer) हैं।

शादी का दबाव और पिता का सपना

सौम्या लता जब 9वीं क्लास में थीं, तभी उनकी शादी का प्रस्ताव आ गया। दादा-दादी और रिश्तेदारों ने कहा, “अच्छा रिश्ता है, शादी कर दो। बाद में उम्र ढल जाएगी तो लड़का नहीं मिलेगा।” लेकिन सौम्या के पिता का सपना कुछ और था। वह चाहते थे कि उनकी बेटी एक प्रशासनिक अफसर (administrative officer) बने। उन्होंने सौम्या से पूछा, और उसका जवाब था, “मैं अफसर बनूंगी।”

पिता ने समाज के दबावों के खिलाफ खड़े होकर सौम्या की शादी नहीं होने दी। उन्होंने अपनी बेटी के भविष्य के लिए सब कुछ दांव पर लगा दिया।

पढ़ाई के लिए बेच दी ज़मीन

सौम्या लता पांच भाई-बहनों में सबसे बड़ी थीं। उनके पिता गांव में एक छोटी सी किराना दुकान (grocery shop) चलाते थे। उन्होंने सौम्या की प्रतिभा को पहचाना और उसे आगे बढ़ाने का फैसला किया। सौम्या की पढ़ाई के लिए उन्होंने अपनी पैतृक ज़मीन (ancestral land) का एक हिस्सा भी बेच दिया।

सौम्या ने भी पिता के सपनों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत की। स्कूल में हर क्लास में टॉप करने के बाद, उन्होंने जियोग्राफी (Geography) से BA ऑनर्स किया। इसके बाद उन्होंने बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन (BPSC) की तैयारी शुरू कर दी।

BPSC की तैयारी और सफलता

2016 में ग्रेजुएशन पूरा करने के बाद, सौम्या ने 2017 में पहली बार BPSC की परीक्षा दी। वह प्रीलिम्स (prelims) में पास हो गईं, लेकिन उम्र सीमा (age limit) कम होने की वजह से आगे नहीं बढ़ पाईं। हालांकि, सौम्या ने हार नहीं मानी। उन्होंने अगले साल फिर से परीक्षा दी।

पांच बार असफलता (failure) का सामना करने के बाद, आखिरकार 2021 में सौम्या ने BPSC एग्जाम क्लियर कर लिया। उनका बिहार सरकार में ब्लॉक पंचायती राज ऑफिसर (Block Panchayati Raj Officer) के तौर पर चयन हुआ।

समाज के लिए संदेश

सौम्या लता की कहानी न सिर्फ उनकी सफलता (success) की कहानी है, बल्कि यह उन अनगिनत बेटियों के लिए उम्मीद (hope) की कहानी है, जो गाँव में रहकर बड़े सपने देखती हैं। उनकी कहानी साबित करती है कि अगर मेहनत (hard work) और दृढ़ संकल्प (determination) हो, तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।

निवेशकों के लिए सीख

अगर आप भी अपने सपनों को पूरा करने की जद्दोजहद में हैं, तो सौम्या लता की कहानी आपके लिए प्रेरणा (inspiration) हो सकती है। आप Indiamart और Amazon जैसे प्लेटफॉर्म्स (platforms) से BPSC और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं (competitive exams) की तैयारी के लिए किताबें (books) और स्टडी मटेरियल (study material) खरीद सकते हैं।

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सौम्या लता कुमारी की कहानी साबित करती है कि समाज के दबावों (societal pressures) के बीच भी अगर आपके पास सपने (dreams) और उन्हें पूरा करने का जज्बा (passion) हो, तो कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है। उनकी सफलता न सिर्फ उनके लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए एक संदेश (message) है।