13 साल की जंग के बाद, गोलियों से घायल रिंकू बने IAS

रिंकू सिंह राही, जिन्होंने 2009 में भ्रष्टाचार का पर्दाफाश किया, पर जानलेवा हमला हुआ और सात गोलियां मारी गईं, जिससे उनकी एक आंख की रोशनी चली गई। चार महीने अस्पताल में रहे और उन्हें मानसिक रोगी बताकर पागलखाने भेजा गया। सरकारी ट्रांसफर और सस्पेंशन झेलने के बावजूद, रिंकू ने हार नहीं मानी। 2021 में उन्होंने यूपीएससी परीक्षा दी और 683वीं रैंक हासिल कर दिखा दिया कि सच्ची मेहनत और ईमानदारी से कोई ताकत उन्हें रोक नहीं सकती।