यशस्वी जैसवाल टेंट में सोता था, माली कर देते थे पिटाई… यशस्वी जायसवाल की ये मार्मिक कहानी

Introduction- Inspiring Indian- Yashasvi Jaiswal Success Story

यशस्वी जैसवाल का जन्म 2002 में भदोही में हुआ था और और उनके घर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी और वो माँ और पिता के साथ रहते थे और उनके पिता एक छोटे से स्ट्रीट फूड विक्रेता थे।और वो बचपन से खिलाड़ी बनना चाहते थे

क्रिकेट का जुनून

यशस्वी जैसवाल को बचपन से ही क्रिकेट खेलने का शौक था वो अपने दोस्तों के अधिकतर क्रिकेट खेलते रहे थे यशस्वी जैसवाल की शुरू होती है उनके सपनो से जो वो बचपन से देखते आ रहे एक अच्छा क्रिकेटर बनने का उनके अंदर जुनून था सचिन की तरह क्रिकेटेर बनने का सपना था

मुंबई की और यात्रा

Inspiring Indian Yashasvi Jaiswal Success Story

यशस्वी जैसवाल ने बचपन में अपना घर छोड़ा और मुंबई की और बड़े जब वह मुंबई पहुंचे तो उनके पास रहने के लिए कोई घर नहीं ना खाने के लिए पैसे थे उनके चाचा ने यशस्वी जैसवाल को अपने पास बुला लिया और उनके जीवन के कहानी यही से शुरु हुई और वह अपने सपनो को पूरा करने के लिए कैंटीन में दिन रात काम किया और खाने के लिए खाना भी मिल जाता था और वो गोलगप्पे भी बेचते थे और यशस्वी जैसवाल के पिता उनका खर्चा देते थे

आजाद मैदान के टेंट में भयानक अनुभव

क्रिकेटर यशस्वी जैसवाल ने एक इंटरव्यू में बताया की उनको क्रिकेटर बनने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा और और वह आजाद टेंट में सोते थे वहा के माली उनके साथ बुरा बर्ताव करते थे कई बार तो उनको मार देते थे और वह संघर्ष करते रहे लड़ते रहे

कठिनाइयों और चुनौतियां

यशस्वी जैसवाल ने अनेक कठिनाइयों का सामना किया और आगे बड़े वे कैंट में काम करके आगे इस दौरान वह जीवन यापन करने के लिए पानी पूरी और चाट तक बेचने का कार्य किया उन्होंने अपनी प्रैक्टिस को जारी रखा और सफलता हासिल की

सफलता

यशस्वी ने घरेलू क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन किया। उनकी मेहनत का फल तब मिला जब उन्होंने 2020 में भारतीय अंडर-19 क्रिकेट टीम में चयनित होकर अपने क्रिकेट करियर को नई दिशा दी।

आईपीएल 2023

यशस्वी को अंडर 19 वर्ल्ड कप मैन ऑफ दा टूर्नामेंट अवार्ड मिला उनकी चारो और तारीफ हुई उनकी सफलता की कहानी हर किसी की जुबा पर है यशस्वी ने 2023 में आईपीएल में सबसे ज्यादा रन बनाकर ऑरेंज कैंप पर कब्जा किया है सबसे कम उम्र में बल्लेबाज बन गए आज शोशल मीडिया पर उनकी कहानी की चर्चा होती है

निष्कर्ष

यशस्वी की कहानी हमें यह भी सिखाती है कि संघर्ष के बाद ही सफलता की असली मिठास का अनुभव होता है। उनके जैसे युवा खिलाड़ियों को प्रेरित करने की जरूरत है, ताकि वे भी अपनी मेहनत और लगन से अपने सपनों को साकार बना सकते है मेहनत सफलता की कुंजी है और उनके संघर्ष हमे सिखाता है की सपने देखना और उसे पूरा करने के लिए मेहनत जरुरी होता है