पढ़ाई में कमजोर रुक्मणी रियार छठी कक्षा में फेल हो गई थीं। उस असफलता के बाद परिवार और शिक्षकों का सामना करना मुश्किल था, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। खुद को संभालते हुए पूरी मेहनत से पढ़ाई की और यूपीएससी में बिना कोचिंग के ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल की। पंजाब की रुक्मणी की ये कहानी साबित करती है कि सच्ची मेहनत और आत्मविश्वास से हर चुनौती को पार किया जा सकता है।
